30 सितंबर 2016

इस बार नौ नहीं दस दिन की है नवरात्रि, 16 साल बाद बन रहा है ऐसा संयोग

इस बार की नवरात्रि 9 के बजाए 10 दिन का होगा। इस प्रकार का संयोग 16 साल बाद बन रहा है। नवरात्रि के 10 दिन का होने की वजह प्रतिपदा का दो दिन होना है। 10 वें दिन मां दुर्गाओं की प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा।
हर बार की तरह इस बार का भी ये नवरात्र काफी उम्मीदें और आशाएं लेकर आया है लेकिन इस बार का नवरात्र के एक खास बात है और वो यह कि यह हर जातक के लिए बेहद शुभ है। इसकी पीछे कारण ये है कि इस बार का नवरात्र पूरे दस दिन का है, ऐसा संयोग पूरे 16 साल बाद बन रहा है। इन दिनों में श्रद्धालु पूजा-अर्चना, साधना के साथ पुण्यलाभ ले सकते हैं।
नवरात्र 1 अक्टूबर से लेकर 10 अक्टूबर तक रहेगा, 11 वां दिन विजयदशमी यानी सिद्दिदात्री का होगा। नवरात्र के दिनों में भक्तगण उपवास रखते हैं मां दुर्गासप्तशती का पाठ करते हैं और मां को अलग-अलग तरह के भोग लगाते हैं। जो जातक पूरे नौ दिन व्रत नहीं रह सकते है, वह अष्टमी या नवमी के दिन उपवास रखकर कन्या पूजन करके मां भगवती को प्रसन्न कर सकते हैं।
नवरात्र के दिनों में किस दिन क्या चढ़ाये मां भगवती को भोग
  • प्रतिपदा के दिन : मां को घी का भोग लगाएं, रोगमुक्त होंगे।
  • द्वितीया के दिन: शक्कर का भोग लगाएं, दीर्घायु होंगे।
  • तृतीया के दिन: दूध चढ़ाएं, सारे कष्ट दूर होंगे।
  • चतुर्थी के दिन: मालपुए का भोग, पारिवारिक सुख मिलेगा।
  • पंचमी के दिन: केले और शहद का भोग लगाएं।
  • षष्ठी तिथि के दिन: सफेद पेड़े का भोग लगाएं।
  • सप्तमी के दिन: गुड़ का भोग लगाएं, गरीबी भाग जायेगी।
  • अष्टमी के दिन: नारियल का भोग लगाएं, सुख-समृद्धि की प्राप्ति होगी।
  • नवमी के दिन: अनाजों का भोग लगाएं, संतान की प्राप्ति।

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